एक्यूप्रेशर पद्धति द्धारा उपचार प्रचीन काल से ही दर्द निवारण, मन शान्ति, मस्तिष्क तनाव, बीमारियों विकारो को दूर करने के खास तरीके हैं। एक्यूप्रेशर विधि तरीकों से शरीर के बिन्दुओं को दबाकर बीमारियों, विकारों का इलाज किया जाता है। समय बीतने के साथ-साथ एक्युप्रेशर विधि धीरे-धीरे लुप्त होती जा रही है। बदलते कल्चर जीवन शैली और व्यस्त दिनचर्या में एक्युप्रेशर विधि आसान विधि है।
एक्युप्रेशर विधि कम समय में शरीर को निरोग स्वस्थ बनाने में सहायक है। एक्युप्रेशर विधि को कई लोग मजाक में लेते हैं। परन्तु वे एक्युप्रेशर विधि के फायदों से अनजान रहते हैं। एक्युप्रेशर विधि एक्युप्रेशर तरीके दैनिक दिनचर्या में अपनाकर शरीर, मस्तिष्क को स्वस्थ और निरोग आसानी से बनाया जा सकता है। शरीर के खास पाइंटस बिन्दुओं को दबाने से तनाव और दर्द जैसे कई समस्याओं से तुरन्त आराम पाया जा सकता है।
शरीर के हाथो, पैरों, अंगों पाइंटस - बिन्दुओं को दबाने से शरीर में होने वाले दर्द, तनावग्रस्ता, रोगों विकारों से आराम राहत पाने का अच्छा तरीका है। यह एक्युप्रेशर तरीके एक्सपर्ट जानकार महंगी फीस लेकर सेवायें प्रदान करते हैं। परन्तु बताये गये विधियां कर दर्द तनाव से आसानी से आराम पाया जा सकता है। जोकि इस प्रकार नि निम्नलिखित है।
हाथों के पाइंटस, जोड़ों को दबाना
शरीर में दर्द, तनाव महसूस करने पर हाथों उगलियों के जोड़ों, उगलियों के हथेली पाईटों जोड़ों, हथेली के मध्य-बीच में 5-6 मिनट तीनो वक्त रोज दबाकर समस्याओं से आसानी से आराम पाया जा सकता है। यह एक्युप्रेशन प्रद्धति दर्द निवारण, दिमाग तनाव मुक्त रखने में कारगर है। जो लोग नित्य एक्युप्रेशर विधि करते हैं, वे समस्य विकारों से मुक्त रहते हैं।
हाथ रगड़ना मलना
दिन में 8-10 बार दोनों हाथों की हथेली को रगड़कर चेहरे पर मलें। इससे चेहरे त्वचा पर गर्माहट महसूस होगी। ऐसा करने से रक्त संचार सुचारू रहता है और साथ में उगलियों, हथेली, चेहरे त्वचा सम्बन्धित विकार हमेशा दूर रहते हैं। जिन लोगों को सर्दी, बदलते मौसम में, उगलियों में दर्द, सूजन की शिकायत रहती है। उनके लिए हाथों को रगड़कर चेहरे, गालो, हाथों को मलना फायदेमंद है।
सरदर्द दूर एक्युप्रेशर
जिन लोगों को सरदर्द की समस्या रहती है। उनके लिए एक्युप्रेशर विधि तुरन्त फायदेमंद है। दोनों हाथों के अंगूठों से कानों को बन्दकर उगंलिया से माथा और सिर दबायें। यह सददर्द निवारण के आरामदायक एक्युप्रेशर विधि है।
आंखों की भौं को दबायें
रोज सुबह उठकर आंखों की भौं - आईब्रो, आंखों के ठीक नीचें दानों हाथों से दबायें। और हाथ मले। यह एक तरह से तनाव, शरीर दर्द, साइनस निवारण का तरीका है। आंखों की भौंऐ दबाने से मस्तिष्क तनाव मुक्त स्वस्थ रखने में सहायक है।
नांक के निचला हिस्सा दबाना
तनाव, शरीर में दर्द जकड़न समस्या महसूसस होने पर रोज आंखें बन्दकर दोनों हाथों से हल्के से दोनों आंखे 40-50 सेकेंड के लिए दबायें। यह एक तरह से आंखों के दोष, तनाव मुक्त, मस्तिष्क विकार स्ट्रोक, साइनस विकार दूर करने का अच्छा तरीका है। हर तरह की नेजल कंजेशन (बंद नाक) समस्याओं को दुरूस्त करने में खास सहायक है।
ठोडी़ दबायें
ठोडी, होठों के ठीक नीचे हाथ से पकड़कर रोज 10-15 सेकेंड़ तक दबायें और गर्दन हल्का ऊपर नीचे करें। ठोडी दबाने और गला साथ में गला सिर ऊपर नीचे करने से कंठ, सांस विकार दूर रखने में सहायक है।
कंधें, बाहें दबाये
कंधों, बाहों को हल्का हल्का दबायें। कंधे, बाहों शरीर में रक्त संचार सुचार करने मुख्य हिस्सा है। कंधे, वाहों को दबाने से शरीर दर्द, मस्तिक तनाव दूर करने का अच्छा तरीका है। इससे शरीर को तुरन्त आराम और एक तरह का सुगम अहसास होता है।
दोनों हाथों से कानों के नीचे गर्दन दबाना
दोनों हाथों की उगंलियां आपस में फंसाकर सिर के पीछे, ठीक कानों के नीचे गर्दन दबाने से कमर दर्द और कान विकार ये आराम मिलता है।
पैरो नसों के खिचाव तनाव प्रेशर विधि दूर करे
चटाई, मैट में बैठकर पैर फैलाकर बैठे। फिर हाथों से घुटने को इस तरह से पकड़े कि जिससे अंगूठा ऊपर घुटना पर और चारों उंगलियां घुटने के पीछे पसलियों नसों को दबायें। पसलियों, घुटनों दर्द, सिंचाव से निजात पाने का अच्छा तरीका है।
बाॅडी मसाज
शरीर को दर्द मुक्त और मस्तिष्क तनाव मुक्त रखने में बाॅडी मसाज खास सहायक है। परे शरीर पर बाॅडी मसाज एक्सपर्ट जानकार से करवायें।
नंगे पांव कंकड़ पत्थरों पर चलना
नंगे पांव कंकड़ पत्थरों पर चलना एक तरह से पांव के तलों के पाईटस बिन्दुओं पर प्रेशर पड़ता है। पांव के तले पाईटस का शरीर से महत्वपूर्ण जुड़ाव है। नंगे पाव चलने से रक्त संचार तीब्र हो जाता है। जिससे कई तरह के रोगों जैसे सरदर्द, नसों में ब्लोकेज, हार्ट समस्याऐ, तनाव इत्यादि से छुटकारा दिलाने में खास सहायक है।
एक्युप्रेशर पैड, चप्पल
बाजार में एक्युप्रेशर पैड, चप्पले उपलब्ध हैं। एक्युप्रेशर पैड जूतों के अन्दर पहनकर, और एक्युप्रेशर काटें वाली चप्पले पहनकर चलने से पांव की नीचे बने खास पाईटस आसानी से सक्रीय हो जाते हैं।
एक्युप्रेशर विधि के फायदे / एक्यूप्रेशर पॉइंट्स / एक्यूप्रेशर पॉइंट्स क्या है / Acupressure in Hindi / Acupressure Points kya hai / Acupressure kaise karte hain / Acupressure ki Vidhi
शरीर के हाथो, पैरों, अंगों पाइंटस - बिन्दुओं को दबाने से शरीर में होने वाले दर्द, तनावग्रस्ता, रोगों विकारों से आराम राहत पाने का अच्छा तरीका है। यह एक्युप्रेशर तरीके एक्सपर्ट जानकार महंगी फीस लेकर सेवायें प्रदान करते हैं। परन्तु बताये गये विधियां कर दर्द तनाव से आसानी से आराम पाया जा सकता है। जोकि इस प्रकार नि निम्नलिखित है।
हाथों के पाइंटस, जोड़ों को दबाना
शरीर में दर्द, तनाव महसूस करने पर हाथों उगलियों के जोड़ों, उगलियों के हथेली पाईटों जोड़ों, हथेली के मध्य-बीच में 5-6 मिनट तीनो वक्त रोज दबाकर समस्याओं से आसानी से आराम पाया जा सकता है। यह एक्युप्रेशन प्रद्धति दर्द निवारण, दिमाग तनाव मुक्त रखने में कारगर है। जो लोग नित्य एक्युप्रेशर विधि करते हैं, वे समस्य विकारों से मुक्त रहते हैं।
हाथ रगड़ना मलना
दिन में 8-10 बार दोनों हाथों की हथेली को रगड़कर चेहरे पर मलें। इससे चेहरे त्वचा पर गर्माहट महसूस होगी। ऐसा करने से रक्त संचार सुचारू रहता है और साथ में उगलियों, हथेली, चेहरे त्वचा सम्बन्धित विकार हमेशा दूर रहते हैं। जिन लोगों को सर्दी, बदलते मौसम में, उगलियों में दर्द, सूजन की शिकायत रहती है। उनके लिए हाथों को रगड़कर चेहरे, गालो, हाथों को मलना फायदेमंद है।
सरदर्द दूर एक्युप्रेशर
जिन लोगों को सरदर्द की समस्या रहती है। उनके लिए एक्युप्रेशर विधि तुरन्त फायदेमंद है। दोनों हाथों के अंगूठों से कानों को बन्दकर उगंलिया से माथा और सिर दबायें। यह सददर्द निवारण के आरामदायक एक्युप्रेशर विधि है।
आंखों की भौं को दबायें
रोज सुबह उठकर आंखों की भौं - आईब्रो, आंखों के ठीक नीचें दानों हाथों से दबायें। और हाथ मले। यह एक तरह से तनाव, शरीर दर्द, साइनस निवारण का तरीका है। आंखों की भौंऐ दबाने से मस्तिष्क तनाव मुक्त स्वस्थ रखने में सहायक है।
नांक के निचला हिस्सा दबाना
तनाव, शरीर में दर्द जकड़न समस्या महसूसस होने पर रोज आंखें बन्दकर दोनों हाथों से हल्के से दोनों आंखे 40-50 सेकेंड के लिए दबायें। यह एक तरह से आंखों के दोष, तनाव मुक्त, मस्तिष्क विकार स्ट्रोक, साइनस विकार दूर करने का अच्छा तरीका है। हर तरह की नेजल कंजेशन (बंद नाक) समस्याओं को दुरूस्त करने में खास सहायक है।
ठोडी़ दबायें
ठोडी, होठों के ठीक नीचे हाथ से पकड़कर रोज 10-15 सेकेंड़ तक दबायें और गर्दन हल्का ऊपर नीचे करें। ठोडी दबाने और गला साथ में गला सिर ऊपर नीचे करने से कंठ, सांस विकार दूर रखने में सहायक है।
कंधें, बाहें दबाये
कंधों, बाहों को हल्का हल्का दबायें। कंधे, बाहों शरीर में रक्त संचार सुचार करने मुख्य हिस्सा है। कंधे, वाहों को दबाने से शरीर दर्द, मस्तिक तनाव दूर करने का अच्छा तरीका है। इससे शरीर को तुरन्त आराम और एक तरह का सुगम अहसास होता है।
दोनों हाथों से कानों के नीचे गर्दन दबाना
दोनों हाथों की उगंलियां आपस में फंसाकर सिर के पीछे, ठीक कानों के नीचे गर्दन दबाने से कमर दर्द और कान विकार ये आराम मिलता है।
पैरो नसों के खिचाव तनाव प्रेशर विधि दूर करे
चटाई, मैट में बैठकर पैर फैलाकर बैठे। फिर हाथों से घुटने को इस तरह से पकड़े कि जिससे अंगूठा ऊपर घुटना पर और चारों उंगलियां घुटने के पीछे पसलियों नसों को दबायें। पसलियों, घुटनों दर्द, सिंचाव से निजात पाने का अच्छा तरीका है।
बाॅडी मसाज
शरीर को दर्द मुक्त और मस्तिष्क तनाव मुक्त रखने में बाॅडी मसाज खास सहायक है। परे शरीर पर बाॅडी मसाज एक्सपर्ट जानकार से करवायें।
नंगे पांव कंकड़ पत्थरों पर चलना
नंगे पांव कंकड़ पत्थरों पर चलना एक तरह से पांव के तलों के पाईटस बिन्दुओं पर प्रेशर पड़ता है। पांव के तले पाईटस का शरीर से महत्वपूर्ण जुड़ाव है। नंगे पाव चलने से रक्त संचार तीब्र हो जाता है। जिससे कई तरह के रोगों जैसे सरदर्द, नसों में ब्लोकेज, हार्ट समस्याऐ, तनाव इत्यादि से छुटकारा दिलाने में खास सहायक है।
एक्युप्रेशर पैड, चप्पल
बाजार में एक्युप्रेशर पैड, चप्पले उपलब्ध हैं। एक्युप्रेशर पैड जूतों के अन्दर पहनकर, और एक्युप्रेशर काटें वाली चप्पले पहनकर चलने से पांव की नीचे बने खास पाईटस आसानी से सक्रीय हो जाते हैं।